गुरुवार 24 नवंबर 2022 - 13:06
लेन देन में क़सम खाना

हौज़ा/अगर क़सम सच्ची हो तो मकरूह और अगर झूठी हो तो हराम हैं।

हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार ,हज़रत आयतुल्लाहिल उज़्मा सैय्यद अली ख़ामनेई से पूछे गए सवाल का जवाब दिया हैं।जो शरई मसाईल में दिलचस्पी रखते हैं,उनके लिए यह बयान किया जा रहा हैं।

सवालः क्या लेन-देन में क़सम खाना जायज़ है?

जवाबः अगर क़सम सच्ची हो तो मकरूह और अगर झूठी हो तो हराम है।

टैग्स

आपकी टिप्पणी

You are replying to: .
captcha